May 07, 2025
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...ताकि पाकिस्तान सबक सीखे
भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट 26 वर्षीय विनय नरवाल और उनकी पत्नी हिमांशी अपना हनीमून मनाने स्विट्जरलैंड जाने का सपना देख रहे थे लेकिन वीजा नहीं मिला तो उन्होंने पहलगाम का रुख किया. हरियाणा के करनाल में विवाह संपन्न होने के तुरंत बाद वे कश्मीर चले गए. अगले दिन यानी 22 अप्रैल को वे सैकड़ों अन्य पर्यटकों के साथ बैसरन के खूबसूरत अल्पाइन घास के मैदानों में घूमने निकले. हिमांशी कहती हैं, हमने सोचा भी नहीं था कि यह यात्रा दु:स्वप्न बन जाएगी. दुल्हन वाले चूड़े पहने हिमांशी के हाथों की मेहंदी अभी सूखी भी नहीं है. उन्हें एक वीडियो में बिलखते हुए स्थानीय लोगों से कहते सुना जा सकता है, मैं अपने पति के साथ भेलपुरी खा रही थी. एक आदमी आया और उसने मेरे पति से पूछा कि क्या वे मुसलमान हैं? और, उनके नहीं कहते ही उसने गोली मार दी. देखते-देखते घास के खूबसूरत मैदान पर हर तरफ चीख-पुकार मच गई क्योंकि दहशतगर्दों ने 26 लोगों की जान ले ली थी. इसी बीच एक फोटोग्राफर ने सुध-बुध भुलाकर अपने मृत पति के बगल में बैठी हिमांशी को कैमरे में कैद किया, जिनके कपड़े खून से सने थे और यह तस्वीर पूरे देश को इस मंजर की भयावहता दर्शाने का प्रतीक बन गई. अगले दिन विनय का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए गृहनगर लाया गया तो हिमांशी तिरंगे में लिपटे उनके ताबूत के सामने रो पड़ीं. उनकी जुबान पर यही शब्द थे, भगवान उनकी आत्मा को शांति दे, और जहां भी रहें, बहुत अच्छे से रहें. देश के अन्य हिस्सों में भी पहलगाम हमले में मारे गए अन्य लोगों के शव अंतिम संस्कार के लिए उनके घर पहुंचे तो नजारा दिल दहला देने वाला था. कश्मीर में निर्दोष पर्यटकों की बेरहमी से हत्या, घाटी में आम लोगों पर दो दशकों से भी ज्यादा समय में सबसे भीषण आतंकवादी हमले की घटना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सऊदी अरब की अपनी यात्रा बीच में छोड़कर नई दिल्ली लौटने पर बाध्य कर दिया. लौटने से पहले ही उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट किया, इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कठघरे में लाया जाएगा...उन्हें बख्शा नहीं जाएगा! उनका नापाक एजेंडा कभी सफल नहीं होगा. वापस लौटकर प्रधानमंत्री ने सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक बुलाई, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण हैं. उन्हे आतंकी हमले में सीमा पार पाकिस्तान से मिली शह के बारे में जानकारी दी गई. भारत का जवाब अब, सामने सबसे बड़ा सवाल यह था कि क्या किया जाना है. नई दिल्ली के सामने कई कदम विकल्प के तौर पर सामने आए, जिन्हें माकूल ढंग से और माकूल समय पर अपनाया जा सकता है. एक तात्कालिक सख्त कदम के तौर पर सीसीएस ने 1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का फैसला किया. विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने यह घोषणा करते हुए कहा, पाकिस्तान जब तक आतंकवाद को बढ़ावा और समर्थन देना विश्वसनीय तौर पर बंद नहीं करता, यह निलंबित रहेगी. चार बार जंग के बाद भी दोनों देशों के बीच बरकरार रही 65 साल पुरानी इस संधि के तहत भारत सिंधु प्रणाली की पूर्वी नदियों सतलुज, ब्यास और रावी का जल उपयोग करता है, जबकि पश्चिमी नदियों सिंधु, झेलम और चिनाब से ज्यादातर पानी पाकिस्तान के हिस्से में आता है. संधि में कहा गया है कि बांधों या अन्य तरीकों से नदियों के प्रवाह को बदलने के लिए नई दिल्ली की तरफ से कोई भी कदम उठाने के लिए इस्लामाबाद से बातचीत करनी होगी. भारत ने 2019 में पुलवामा हमले के बाद भी सिंधु जल संधि रद्द करने की चेतावनी दी थी लेकिन उस पर कोई ठोस कदम उठाने से पहले ही रुक गया. हालांकि, संधि की समीक्षा और संशोधन की मांग उठाकर उसने सितंबर 2024 में ऐसा करने का इरादा दोहराया. लेकिन अब संधि को निलंबित कर उसकी बहाली के लिए कड़ी शर्ते रखकर भारत ने दरवाजे पूरी तरह बंद कर दिए हैं. इस कदम से पाकिस्तान की जल सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा, खासकर पंजाब और सिंध जैसे घनी आबादी वाले और सियासी तौर पर ताकतवर प्रांतों पर. हालांकि, यह रोक
पतीले के पास खड़े पहरेदार
कोलकाता में कॉलेज स्ट्रीट की चहलपहल-भरी गलियों के भीतर मांस की एक मामूली-सी दुकान है, जिसे लोग सौ साल से भी ज्यादा पुरानी बताते हैं. इसके भीतर बंगाल की प्रिय और प्रचंड देवी मां काली की मूर्ति विराजमान है. रोज सुबह फूल, धूपबत्ती और मंत्रोच्चार के साथ उनकी पूजा की जाती है. फिर दिन भर वे उस कारोबार की देखरेख करती हैं जिसमें ताजा मटन और बोटियों की खुदरा बिक्री की जाती है. कसाई काली का यह रूप बाहरी लोगों को अप्रिय और कटु लग सकता है, लेकिन बंगालियों के लिए यह आस्था और सहअस्तित्व की सहज अभिव्यक्ति है. दुकान से अब स्थायी तौर पर जुड़े बंटू सिंह कहते हैं, लोग हमारी संस्कृति को नहीं समझते. जब हमारी दुकान के वीडियो ऑनलाइन पोस्ट किए गए तो कइयों ने पूछा, मीट की दुकान में मूर्ति कैसे हो सकती है? उन्हें समझाना मुश्किल है. लेकिन जिस बात को बंगाल—यानी लंबे समय से मछली, मांस और देवी-देवताओं का जश्न मनाती आ रही नदी सञ्जयता—के भीतर समझाने की जरूरत नहीं है, उस पर बाहर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं. नई दिल्ली के बंगाली-बहुल इलाके चितरंजन पार्क (सीआर पार्क) में हाल की एक घटना ने संस्कृति, खानपान और आस्था को लेकर तीखी बहस छेड़ दी. तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो डाला, जिसमें कुछ भगवाधारी लोग काली मंदिर के पास मछली विक्रेताओं को हड़काते और यह कहते दिखे कि पूजास्थल के नजदीक मछली बेचना सनातन धर्म का अपमान है. मोइत्रा ने घटना की निंदा की और उन लोगों को भाजपा के गुंडे करार देते हुए उन पर सांस्कृतिक एकरूपता थोपने का आरोप लगाया जो बंगाल के लोकाचार के लिए अजनबी है. खानपान की आदतों को जिस तरह अब नियंत्रित किया जा रहा है, उस पर तीखा हमला बोलते हुए उन्होंने वीडियो के नीचे लिखा, (सीआर पार्क के) 60 सालों में ऐसा कभी नहीं हुआ. सत्तारूढ़ भाजपा ने अलबत्ता मोइत्रा के आरोपों को खारिज कर दिया. दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने वीडियो को फर्जी और तोड़ा-मरोड़ा गया बताया और मोइत्रा पर वैमनस्य भड़काने की कोशिश करने का आरोप लगाया. उन्होंने वीडियो की सत्यता का पता लगाने के लिए पुलिस जांच की भी मांग की. सीआर पार्क के बंगाली बाशिंदे हालांकि स्वीकार करते हैं कि ऐसे टकराव अब यदा-कदा नहीं रह गए हैं और असामाजिक तत्व नवरात्र के दौरान मांस और मछली खाने के खिलाफ चेतावनियां तक जारी करते हैं. गौरतलब है कि वीडियो में दिखाया गया मछली बाजार सीआर पार्क के मार्केट न. 1 के तहत आता है, और उसके नजदीक यह मंदिर इसी बाजार के दुकानदारों ने बनवाया था, जिनमें कई मछली विक्रेता भी थे. खानपान बना जंग का मैदान यह कोई अलग-थलग घटना नहीं बल्कि तमाम राज्यों में कहीं ज्यादा बड़े रुझान का हिस्सा है, जहां खानपान की आदतों और खासकर मांस और मछली से जुड़ी आदतों को पहचान की राजनीति के दायरे में घसीट लिया गया है. खास तौर पर देश के उत्तर में तथाकथित ऊंची जातियों के बड़े हिस्से मांसाहार को पारंपरिक रूप से नीची नजर से देखते हैं और इसे अशुद्ध मानते हैं. इन सबके बावजूद भारत काफी हद तक मांसाहारी देश है. नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (एनएफएचएस) 2019-21 के मुताबिक 1549 वर्ष आयु वर्ग के 83.4 फीसद पुरुष और